रूह बाबा (कार्तिक आर्यन) कोलकाता में ढोंग से लोगों को ठगता है, जब तक कि उसे रक्तघाट की राजकुमारी मीरा का बुलावा नहीं आता।
मीरा चाहती है कि रूह बाबा 200 साल पुरानी डायन मंजुलिका को उनके महल से भगाए।
रूह बाबा को पता चलता है कि वह महल के दिवंगत राजकुमार से मिलता-जुलता है, और सभी उसे राजकुमार का पुनर्जन्म मानते हैं।
रूह बाबा (कार्तिक आर्यन) कोलकाता में ढोंग से लोगों को ठगता है, जब तक कि उसे रक्तघाट की राजकुमारी मीरा का बुलावा नहीं आता।
माधुरी दीक्षित का पर्दे पर आना कहानी को नया मोड़ देता है, जिससे दर्शक उनकी अदाकारी के कायल हो जाते हैं।
कार्तिक आर्यन की कलाकारी और मजेदार सिचुएशन्स फिल्म में ताजगी लाते हैं, जो दर्शकों को लुभाते हैं।
रूह बाबा (कार्तिक आर्यन) कोलकाता में ढोंग से लोगों को ठगता है, जब तक कि उसे रक्तघाट की राजकुमारी मीरा का बुलावा नहीं आता।